12 FEB 2018 AT 1:20

चलो आज कुछ नही लिखते हैं,
तुम भी आज कुछ न पढ़ना।
मत ढूंढो मेरे दर्द को यहां,
तुम आज खुद ही कुछ गढ़ना।

- आरिश