मेरे प्यार के अरमानों ने.
तेरे दिल की हवाई पट्'टी से.
मोहब्बत के इस असमाँ में.
कई उड़ाने भरी हैं........२
और मुझे देखने भर से तेरा इश्क भी
पंछी की तरह ऊँची उड़ान भरता है..
इसी असमाँ में......
ग़र....आज शक की धुंध का आलम.
तो दिख....इतना गहरा गया....
"पँछी इश्क का अपने ही गरौंदें मे है..
और उड़ाने आपने हमारी भी रदद् कर दी.....
अब तो बस दरकार है सिर्फ प्यार की उस बरसात की...
जो ये धुंध हटा दे....और मोहब्बत को फिर आसमां दे...!!
- Rahul Khandelwal