जब तक इंटरनेट और टेलीविज़न से दूर रहता हूं तब तक सुकून रहता है इनसे मुख़ातिब होते ही नफ़रत पनपने लगती है अपनी ही जाती से... - राहुल केशरी
जब तक इंटरनेट और टेलीविज़न से दूर रहता हूं तब तक सुकून रहता है इनसे मुख़ातिब होते ही नफ़रत पनपने लगती है अपनी ही जाती से...
- राहुल केशरी