संगीत अनहद है, आवाज बुलंद हैं,आज जहाँ खड़े होने में कश्मकश हैं,उसी अनहद जगह में हमारी भी पेशकश हैं - राहुल व्यास
संगीत अनहद है, आवाज बुलंद हैं,आज जहाँ खड़े होने में कश्मकश हैं,उसी अनहद जगह में हमारी भी पेशकश हैं
- राहुल व्यास