राधिका अवस्थी  
1.5k Followers · 2.7k Following

Joined 15 July 2017


Joined 15 July 2017

न रख पाना अगर एक फूल तो ये काम कर देना,
लगा के होंठ काग़ज से हमारे नाम कर देना।

-



आँख का पानी क्या सूखा, लिखने की आदत छूट गई
सूखती स्याही को देख कर कलम खुद ब खुद टूट गई।

-



मेरे ख्यालों मे तय हुआ था कि न कभी तू मुझे मिलेगा,
यूँही कदम फिर बढ़ाए तूने, ये आज आखिर हुआ ही क्यूँ था!

-



किसी के यूँही चले जाने पर अगर पीछे सौ
चीजें छूट जाती हैं तो उनमे से सबसे प्रथम हैं - सवाल !

-



थोड़ा नशा सा था इस सफ़र में,
बाकी जो थी, तेरी मौजूदगी थी।

-



निगाहों से ओझल कई किरदार होंगे,
मुलाकातों के महज़ किस्से हज़ार होंगे,

न होगा मुमकिन मिल पाना उन्हीं का,
वैसे तो महफ़िल में नई, नए यार होंगे।

-



हैं इश्क़ में डूबे से हम, हम इश्क़ से रूठे भी हैं
वो नाम सब मुस्कुरा दिए, कुछ इस कदर टूटे भी हैं।

-



सच कहें तो खुद से भी ज़्यादा बात नहीं होती,
रहती है नाराज़गी ऐसी की बर्दाश्त नहीं होती।

-



मैं कुछ और था तस्वीरों में, मेरी असलियत कुछ और थी।
हूँ जो मैं अभी, वो वो न था, वो शख़्सियत कुछ और थी।

-



बस यादों में है नशा ज़रा सा,
बाकी सब फीका फीका है।

-


Fetching राधिका अवस्थी Quotes