12 MAR 2018 AT 21:48

भाग-दौड़ में ज़िन्दगी है ही कहाँ???

आस-पास हुस्न तो बोहोत हैं हुजूर,

पर दिल्लगी करने की फुर्सत कहाँ???

-पुष्पांश उपाध्याय

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