जब भी देखते हैं बागवान,आँखें हो जाती हैं नम,यह महज एक फिल्म हैं,लेकिन सच्चाई को दिखाया हैं,आँधी तूफान की तरह मच जाती हैंहलचल दिल में,सोचने पर मजबूर हो जाते हैं,कि आज भी दुनिया में ऐसे लोग हैं ??? - © Pushpa
जब भी देखते हैं बागवान,आँखें हो जाती हैं नम,यह महज एक फिल्म हैं,लेकिन सच्चाई को दिखाया हैं,आँधी तूफान की तरह मच जाती हैंहलचल दिल में,सोचने पर मजबूर हो जाते हैं,कि आज भी दुनिया में ऐसे लोग हैं ???
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