19 APR 2018 AT 19:54

तू भूल गया हो
बेशक मगर,
तेरी चाहत पाले
हैं रूह में आजतक,
आस के दीप
जलाकर बैठे हैं
राहों में,तू आएगा
जरूर,चाहे गफलतें
हों दरमियां कई
बेशक,,,purnima

- Jaahnashien