टूट गई आस की डोर,भोरसमझी जिसे,रात का गहनअंधेरा निकला,,,purnima - Jaahnashien
टूट गई आस की डोर,भोरसमझी जिसे,रात का गहनअंधेरा निकला,,,purnima
- Jaahnashien