सुनो लम्होंको चुन,बुनतेहैं कुछ ख्वाबसितारों से,भुला देते हैं दर्द,खिलखिलाते हैंजैसे गुल मुस्कुरातेहैं बहार आने से,,,purnima - Jaahnashien
सुनो लम्होंको चुन,बुनतेहैं कुछ ख्वाबसितारों से,भुला देते हैं दर्द,खिलखिलाते हैंजैसे गुल मुस्कुरातेहैं बहार आने से,,,purnima
- Jaahnashien