14 JUN 2018 AT 11:23

सुनो लम्हों
को चुन,बुनते
हैं कुछ ख्वाब
सितारों से,
भुला देते हैं दर्द,
खिलखिलाते हैं
जैसे गुल मुस्कुराते
हैं बहार आने से,,,purnima

- Jaahnashien