21 JUL 2017 AT 21:16

पलकों पे ख्वाब
उम्मीदें के बसे,
नयनों में भोर के
उजियारे सजे,
प्रीत की डोर में
ख्वाहिशें बंधें,
जिंदगी खिलखिलाए,
के मोगरे से महके,
छा जाओ हर ओर
इसकदर,कयानात
शुक्राना,सज़दा,हरपल
करे,,,purnima

- Jaahnashien