24 NOV 2017 AT 21:45

कई बार
जिन्दगी
दोराहे पे ले
आती है,
एक छोर खुशी
अपनी,
एक डोर अपनों
की खुशी,
बस...मात यहीं
दिल की
हो जाती है,,,purnima

- Jaahnashien