18 SEP 2017 AT 11:50

खोई-खोई आँखों में
सपने थोडे़ से हैं,कुछ
सहेजे कुछ टूटे बिखरे-
बिखरे से,कुछ रफू
किए हुए से हैं,,,purnima

- Jaahnashien