जो पलकों कीबन्द चिलमनोंमें मुस्कुराऐ,वोसुकूने-दिल,वोक़ाफ़िर-सा ख्वाबहो तुम,,,purnima - Jaahnashien
जो पलकों कीबन्द चिलमनोंमें मुस्कुराऐ,वोसुकूने-दिल,वोक़ाफ़िर-सा ख्वाबहो तुम,,,purnima
- Jaahnashien