जज़्बाते दर्द को इबादतेंबना लो,रब की मेहरहो तो,गम तुम्हें फिर तन्हा,कैसेकर सकते,,,purnima - Jaahnashien
जज़्बाते दर्द को इबादतेंबना लो,रब की मेहरहो तो,गम तुम्हें फिर तन्हा,कैसेकर सकते,,,purnima
- Jaahnashien