भोर की ओढ़नी ओढ़े,शरमाई सुबह की लालीबोली,सितारों की चादरमें रख आई हूँ ख्वाब सुहाने,कजरा बना ले रात को,मुस्करा हौंसलोंके पंखों से भर उड़ान,जिंदगी है थोड़ी सांझ-सी,थोड़ी-सी है भोर सुनहरी,,,purnima - Jaahnashien
भोर की ओढ़नी ओढ़े,शरमाई सुबह की लालीबोली,सितारों की चादरमें रख आई हूँ ख्वाब सुहाने,कजरा बना ले रात को,मुस्करा हौंसलोंके पंखों से भर उड़ान,जिंदगी है थोड़ी सांझ-सी,थोड़ी-सी है भोर सुनहरी,,,purnima
- Jaahnashien