वो गरीब ही अच्छे है साहबजो वक्त आने परखुद को बेचकर भी साथ देते है ।अमीरों की इतनी ओकात कहाये तो हाथ मिलाकर भीस्वार्थ निकाल लेते है ।। - प्रियांश
वो गरीब ही अच्छे है साहबजो वक्त आने परखुद को बेचकर भी साथ देते है ।अमीरों की इतनी ओकात कहाये तो हाथ मिलाकर भीस्वार्थ निकाल लेते है ।।
- प्रियांश