22 OCT 2017 AT 10:08

दिल यूँ बेताब ना होता, गर तू महताब ना होता,
झलक पाने को एक तेरी, हम भी यूँ साजिशें ना करते,
गर हर रोज़ दीदार ऐ नज़र जो हमसे तेरा होता ।।

- پریانش