22 OCT 2017 AT 22:18

फूलों जैसे महको तुम , साथ रहे हम और तुम
यादें बनकर बसी रहे ,साँसो से तू मिली रहे
जहाँ रहे हम और तुम ,महफिल सजे रात और दिन
आओ ख्वाब पूरा करें, चले दूर कही हम और तुम
ऐसा मौका कहा मिलेगा, साथ रहेगे हम और तुम

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