Premrag Anu   (अनुराग)
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Joined 13 August 2017


Joined 13 August 2017
8 JUN 2023 AT 0:36

समय…

पुण्य पाप पूर्व पश्चाताप?
वर्तमान वन में,
मन विलीन, विलुप्त, विलाप!
सब ज्ञात।
समय सर्वश्रेष्ठ शिक्षक,
समय सर्वोत्तम रक्षक,
उसका उपयोग ही उपासना,
स्वरूप स्थाई शिव साधना।
जो भूत भविष्य को बाँध ले,
जो सब पर बीते, और बदले,
वह काल सिंचे कल्प वृक्ष को,
जिस पर कर्म, कर्तव्य का सार फले
सच्चा सारथी साजे,
जो सूई सब पर विराजे।
सदैव ही समय प्रमाण,
विनती न जाई रामबाण।

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7 JUN 2023 AT 23:59

It took me a demise to learn about acceptance.
It took a people’s departure to teach me about attachment & detachment.

When did I go so cold?

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30 JUL 2022 AT 4:28



उसकी छाँव भी एक दिन सुकून देगी, तेरे आँचल की तरह।

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19 MAY 2022 AT 12:37

डर

न देख असाध्य, न मुड़, जब मन किंकर्तव्यविमूढ़,
विचलित क्षण चीत बाँधना, स्वरूप स्थायी शिव साधना।
मन में विश्वास न हो,
वह विष में वास समान
सोच,
ए डर, मुझे ललकार , हर डर हर हूंकार!

बारिश बिजली बाढ़ बवंडर , बन बहादुर मन बुनियाद, या
बन खोखला ख़ाली खंडर, डर के दीमक करें बर्बाद!
अड़, लड़, उस जड़ को पकड़,
या देख अपना पतन, पतझड़!
बोल,
ए डर, मुझे ललकार , हर डर हर हूंकार!

हार, गिर और टूट बिखर, फिर उठ बन कुछ और निखर।
गर त्रसन मन में सोएगा, तु स्वप्न में फिर रोएगा!
डर कर मझधार हार खड़ा?
कायर! हिम्मत की धार बढ़ा!
चिल्ला,
ए डर, मुझे ललकार , हर डर हर हूंकार!

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8 MAR 2022 AT 7:51

एक औरत,
एक फ़ुल,
कितनी ख़ुशबू फैलाता!
कभी बहन, बहु
कभी माँ कहलाता!

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1 MAR 2022 AT 18:00

Perspective 01.

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4 FEB 2022 AT 18:53

इतर

चाँद सा चमक,
थोड़ी बाग की बहार,
हर ऋतु की रौनक़,
उसपर धुँध सवार!
सब भाते हैं मन को, तुम भी भाते हो।

झरोखे पे फुलदान हो,
और, सर्द सुबह की धूप,
तेरी छिपी मुस्कान में,
चाय का रंग रूप!
बंद आँखों में दिखते हैं, तुम भी दिखते हो।

तुम जैसी हो, खूब हो।
तुझसे तुझको नहीं छाँटना!
जितना बाहों में समेटूँ,
ये मुझे दूसरों में नहीं बाँटना!
लोग नहीं समझते, तुम भी नहीं!

तुम्हें प्यार भरा पत्र है।
हम ग़र न हो मौजूद,
जानिए! प्रेम एक इत्र है,
उसका एहसास ही है वजूद।
ख़ुशबू मुझे पसंद है, तुम भी पसंद हो।।

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30 JAN 2022 AT 3:12

Perspective alters the way you experience things…

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24 JAN 2022 AT 23:28

By each other

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24 JAN 2022 AT 23:28

By each other

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