आज भी हम तुमसे नफरत करते हैं,,,, इस खुशी में कुछ मीठा हो जाये!!!! Happy Chocolate Day 😊😎 -
आज भी हम तुमसे नफरत करते हैं,,,, इस खुशी में कुछ मीठा हो जाये!!!! Happy Chocolate Day 😊😎
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अभी तो मैं उनकी दोस्ती की ही परीक्षा पास न कर पाया ,,,,, प्रेम की कक्षा में दाखिला तो बहुत दूर की बात है!!! खैर........ Happy Propose Day -
अभी तो मैं उनकी दोस्ती की ही परीक्षा पास न कर पाया ,,,,, प्रेम की कक्षा में दाखिला तो बहुत दूर की बात है!!! खैर........ Happy Propose Day
इस ग़मगीन दिल को क्या कहूं कि आराम आयेमैं हाल-ए-दिल जो कह दूं उसको तो आराम आयेमैं रोज़ ये झूठ बोलता हूं कि मुझे फ़र्क नहीं पड़तासच में गर जो फ़र्क न पड़े तो आराम आयेगुस्से में प्यार नहीं आता तो न ही सही प्यार में ही जो प्यार हो तो आराम आयेयूं तो बाहर से सभी खुश दिखते हैं 'शिवम'हो जो अन्दर से भी खुश तो आराम आये! – प्रवीन (शिवम) -
इस ग़मगीन दिल को क्या कहूं कि आराम आयेमैं हाल-ए-दिल जो कह दूं उसको तो आराम आयेमैं रोज़ ये झूठ बोलता हूं कि मुझे फ़र्क नहीं पड़तासच में गर जो फ़र्क न पड़े तो आराम आयेगुस्से में प्यार नहीं आता तो न ही सही प्यार में ही जो प्यार हो तो आराम आयेयूं तो बाहर से सभी खुश दिखते हैं 'शिवम'हो जो अन्दर से भी खुश तो आराम आये! – प्रवीन (शिवम)
खंजर हर दफ़ा मेरे सीने में चुभे मिले हम जब भी किसी अपने से गले मिलेजिसे भी अपना बनाया छोड़ गया मुझेक्यूँ ऐसे ही लोगों से हम भी घुले मिले राह कोई भी हो सफ़र काँटों भरा ही रहा क्यूँ भूला मैं तुम भी तो थे उसी राह में मिलेनहीं आस अब किसी से हमको वफ़ा की आरज़ू है कि अब कभी भी कोई न हमें मिले –प्रवीन (शिवम्) -
खंजर हर दफ़ा मेरे सीने में चुभे मिले हम जब भी किसी अपने से गले मिलेजिसे भी अपना बनाया छोड़ गया मुझेक्यूँ ऐसे ही लोगों से हम भी घुले मिले राह कोई भी हो सफ़र काँटों भरा ही रहा क्यूँ भूला मैं तुम भी तो थे उसी राह में मिलेनहीं आस अब किसी से हमको वफ़ा की आरज़ू है कि अब कभी भी कोई न हमें मिले –प्रवीन (शिवम्)
तुम्हारे ख्यालों में अब के डूबे कुछ इस कदर कि अब ताउम्र इससे बाहर न निकल सकेंगे बहुत चाहतें दफन हैं तुम्हारी मेरे सीने में अब शायद इन्हें कभी बयां न कर सकेंगे तुम नहीं तुम्हारी तस्वीरें तो हैं हमारे पासतुम्हारे घर वाले इन्हें हमसे कैसे जुदा करेंगेमंजिलें ही तो धुंधला गयीं रास्ते ही तो खो गयेग़र जो रहा सफर तो बस तुम्हारे साथ ही पूरा करेंगे! -
तुम्हारे ख्यालों में अब के डूबे कुछ इस कदर कि अब ताउम्र इससे बाहर न निकल सकेंगे बहुत चाहतें दफन हैं तुम्हारी मेरे सीने में अब शायद इन्हें कभी बयां न कर सकेंगे तुम नहीं तुम्हारी तस्वीरें तो हैं हमारे पासतुम्हारे घर वाले इन्हें हमसे कैसे जुदा करेंगेमंजिलें ही तो धुंधला गयीं रास्ते ही तो खो गयेग़र जो रहा सफर तो बस तुम्हारे साथ ही पूरा करेंगे!
मैं - हे महादेव! आप कौन हैं और मैं आपके बारे में क्या जान सकता हूँ ? महादेव - बस तू खुद को जान ले , जिस दिन तूने खुद को जान लिया , फिर तुझे मेरे बारे में जानने की कोई आवश्यकता ही नहीं होगी क्योंकि तू ही मैं हूँ! 🙌 हर हर महादेव 🙌 -
मैं - हे महादेव! आप कौन हैं और मैं आपके बारे में क्या जान सकता हूँ ? महादेव - बस तू खुद को जान ले , जिस दिन तूने खुद को जान लिया , फिर तुझे मेरे बारे में जानने की कोई आवश्यकता ही नहीं होगी क्योंकि तू ही मैं हूँ! 🙌 हर हर महादेव 🙌
" हर जन्म में आप ही मेरे पिता हों ” – ये बोलने में शायद मुझे खुशी न हो !लेकिन जिस दिन मेरे पिता जी मुझसे कहेंगे , " बेटा , हर जन्म में तुम ही मेरे बेटे बनो ” – इससे बड़ी खुशी मेरे जीवन में कोई और नहीं हो सकती !! #प्रणाम " पिताजी " -
" हर जन्म में आप ही मेरे पिता हों ” – ये बोलने में शायद मुझे खुशी न हो !लेकिन जिस दिन मेरे पिता जी मुझसे कहेंगे , " बेटा , हर जन्म में तुम ही मेरे बेटे बनो ” – इससे बड़ी खुशी मेरे जीवन में कोई और नहीं हो सकती !! #प्रणाम " पिताजी "
न जाने क्या कर रहा हूँ मैं ये किस ओर बढ़ रहा हूँ मैं खुद को समझ नहीं पाया और दूसरों को पढ़ रहा हूँ मैं। -
न जाने क्या कर रहा हूँ मैं ये किस ओर बढ़ रहा हूँ मैं खुद को समझ नहीं पाया और दूसरों को पढ़ रहा हूँ मैं।
जिंदगी बहुत खुशनुमा है ,,,हां वो अलग बात है .... कि मैं झूठ बोल रहा हूं ! -
जिंदगी बहुत खुशनुमा है ,,,हां वो अलग बात है .... कि मैं झूठ बोल रहा हूं !
कब तक डूबेगा तू ग़म में किसी केकभी तो तुझे बाहर निकलना होगाजब तक है जान खुश रहना सीख लेआज नहीं तो कल यहां से चलना होगालगे कोई जो अपना तो ज़रा बचकर रहनागैरों से नहीं यहां अपनों से संभलना होगा न घबरा न डर चलता जा अपनी राह पेमंजिल तक मुश्किलों से ही तुझे गुजरना होगामिलेगी जब मंजिल तो अलग ही सुकूं होगातब तक तुझे राह में अकेले ही भटकना होगा ! – प्रवीन ( शिवम् ) -
कब तक डूबेगा तू ग़म में किसी केकभी तो तुझे बाहर निकलना होगाजब तक है जान खुश रहना सीख लेआज नहीं तो कल यहां से चलना होगालगे कोई जो अपना तो ज़रा बचकर रहनागैरों से नहीं यहां अपनों से संभलना होगा न घबरा न डर चलता जा अपनी राह पेमंजिल तक मुश्किलों से ही तुझे गुजरना होगामिलेगी जब मंजिल तो अलग ही सुकूं होगातब तक तुझे राह में अकेले ही भटकना होगा ! – प्रवीन ( शिवम् )