नारी शक्तियों तुम मात्र देह नहीं हो...
आज जिस तरह नारी को देह के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है या वो जिस तरह Sex toy के रूप में खुद को प्रस्तुत कर रही हैं, आने वाले समय में यह विभीषिका के रूप में सामने आएगा
ये नारीवादी लोग कहाँ मर जाती हैं या उनकी आँखें फूट जाती हैं जब स्त्री को एक वासनात्मक खिलौने की तरह प्रस्तुत किया जाता है??
आज यही कारण है कि हर जगह ऐसे जघन्य अपराध होने शुरू हो गये हैं, लेकिन हम इन सब चीज़ों को बड़े साधारण से ले रहे हैं जो आने वाले समय की त्रासदी है
अब भी बोल रहा हूँ कि हे नारी शक्तियों तुम मात्र देह नहीं हो, वह शक्ति पुंज हो जिससे यह समस्त सृष्टि है, अपने आप को बॉलीवुड हीरोइन न बनाकर गार्गी, विद्योतमा, कुंती, द्रौपदी, लक्ष्मीबाई, दुर्गा, इत्यादि बनकर दिखाओ
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