Misunderstandings are of two types, Wrong and Correct. what kind of misconception should be created it's our decision.— % & -
Misunderstandings are of two types, Wrong and Correct. what kind of misconception should be created it's our decision.— % &
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उस शाम की यादें कुछ इस तरह रूह में दौड़ती है । के तेरी जुल्फों का नशा उतरते नहीं उतरता इन साँसो से । #विहंग -
उस शाम की यादें कुछ इस तरह रूह में दौड़ती है । के तेरी जुल्फों का नशा उतरते नहीं उतरता इन साँसो से । #विहंग
बत से बत्तर है हालात इतनी खस्ता है ज़िंदगी फिर भी जी रहे इसी उम्मीद में की, इस झलतोझहत में या तो हालात ख़त्म होंगे, या ज़िंदगी । #विहंग -
बत से बत्तर है हालात इतनी खस्ता है ज़िंदगी फिर भी जी रहे इसी उम्मीद में की, इस झलतोझहत में या तो हालात ख़त्म होंगे, या ज़िंदगी । #विहंग
जंग तो कई है लढने के लिए जिंदगी में ।लोग हमेशा जीतना चाहते है ।जिस जंग के अंजाम से बखूबी वाकिफ़ थे हम।वही चुनी हमने फ़ना होने के लिए । #विहंग -
जंग तो कई है लढने के लिए जिंदगी में ।लोग हमेशा जीतना चाहते है ।जिस जंग के अंजाम से बखूबी वाकिफ़ थे हम।वही चुनी हमने फ़ना होने के लिए । #विहंग
नकारात्मक मानसिकतेपेक्षा गोंधळलेली मानसिकता जास्त क्लेशदायक असते.. #विहंग -
नकारात्मक मानसिकतेपेक्षा गोंधळलेली मानसिकता जास्त क्लेशदायक असते.. #विहंग
बातें अगर सिर्फ लफ़्ज़ों से बयां होतीतो खुबसुरती महज इक लफ्ज़ होता चांद महज इक सितारा और आंखे जिस्म -
बातें अगर सिर्फ लफ़्ज़ों से बयां होतीतो खुबसुरती महज इक लफ्ज़ होता चांद महज इक सितारा और आंखे जिस्म
भविष्याचा ज्ञात होते हुए भी, विधी में हस्तक्षेप न कर परिस्थिती को नियंत्रण रखना ही देवत्व है और कृष्णत्व भी..।~विहंग -
भविष्याचा ज्ञात होते हुए भी, विधी में हस्तक्षेप न कर परिस्थिती को नियंत्रण रखना ही देवत्व है और कृष्णत्व भी..।~विहंग
सितारा बनने की होड़ लगी थी ।आपने अभिनेता होना चुना ।भीड़ में आकंडो के खेल के चर्चे थे ।आप अभिनय से याद आते गए ।~विहंग -
सितारा बनने की होड़ लगी थी ।आपने अभिनेता होना चुना ।भीड़ में आकंडो के खेल के चर्चे थे ।आप अभिनय से याद आते गए ।~विहंग
आनंद व्यक्त करावादुःख सहन करावेघुसमट शक्तीत रूपांतरित करावीव्यक्तिमत्त्वासाठी..जाच झिडकारावाअन्याय रोखावाहक्क कमवावास्वातंत्र्यासाठी... -
आनंद व्यक्त करावादुःख सहन करावेघुसमट शक्तीत रूपांतरित करावीव्यक्तिमत्त्वासाठी..जाच झिडकारावाअन्याय रोखावाहक्क कमवावास्वातंत्र्यासाठी...
सिर्फ एक क़दम ही तो बढ़ाया था कुदरत तेरी औरतूने तो पूरे रूह को ही भर दिया अल् हमस से -
सिर्फ एक क़दम ही तो बढ़ाया था कुदरत तेरी औरतूने तो पूरे रूह को ही भर दिया अल् हमस से