अपनी दुख चिंताओं को कुछ यूं आधा कर लेना,दो तीन दफ़ा प्यार ज्यादा कर लेना। -
अपनी दुख चिंताओं को कुछ यूं आधा कर लेना,दो तीन दफ़ा प्यार ज्यादा कर लेना।
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ख्वाबों में कब तक, अब तो द्वारे आजाओमैं प्यासा ज़मीन, तुम बन बादल बरस जाओ। -
ख्वाबों में कब तक, अब तो द्वारे आजाओमैं प्यासा ज़मीन, तुम बन बादल बरस जाओ।
जैसी हो वैसी रहोजैसे रहते हैं बादल पहाड़ों पेबेफिक्रे आवारों सेजैसे महकते हैं फूल बाग मेंऔर होती है दहक आग मेंहो तुम पूर्णन पुनः कुछ प्रयास करोकोमल, मिष्टी बेबाक किश्तीस्नेह सागर में बढ़ती रहोजैसी हो वैसी रहो। -
जैसी हो वैसी रहोजैसे रहते हैं बादल पहाड़ों पेबेफिक्रे आवारों सेजैसे महकते हैं फूल बाग मेंऔर होती है दहक आग मेंहो तुम पूर्णन पुनः कुछ प्रयास करोकोमल, मिष्टी बेबाक किश्तीस्नेह सागर में बढ़ती रहोजैसी हो वैसी रहो।
मैं तुम्हें स्पर्श करना चाहता हूँ!जैसे करता है गगन तारों को,जैसे पवन फूलों को,जैसे तुम्हारे नैन मेरी धड़कन को। -
मैं तुम्हें स्पर्श करना चाहता हूँ!जैसे करता है गगन तारों को,जैसे पवन फूलों को,जैसे तुम्हारे नैन मेरी धड़कन को।
जो करते हैं प्रेम वो आते नहीं!और जो आते हैं प्रायः, वो रात बिताते नहीं। -
जो करते हैं प्रेम वो आते नहीं!और जो आते हैं प्रायः, वो रात बिताते नहीं।
भाषाएँ सभी अच्छी होती हैं,बुरे बस उन्हें बोलने वाले होते हैं। -
भाषाएँ सभी अच्छी होती हैं,बुरे बस उन्हें बोलने वाले होते हैं।
Like minded people always find their kin -
Like minded people always find their kin
तुम जैसे स्याही सोने की!और मैं पानी पर लकीर प्रिये... -
तुम जैसे स्याही सोने की!और मैं पानी पर लकीर प्रिये...
अन्न, मन, तन, धन... सब राम का! -
अन्न, मन, तन, धन... सब राम का!
शब्द नहीं मिल रहे तुम्हारी तारीफ करने के लिए... और ज़माना कहता है की लेखक हैं हम! -
शब्द नहीं मिल रहे तुम्हारी तारीफ करने के लिए... और ज़माना कहता है की लेखक हैं हम!