Pranav Shashank  
8 Followers · 5 Following

I am what I say
Joined 20 May 2018


I am what I say
Joined 20 May 2018
20 SEP 2021 AT 7:56

अपनी दुख चिंताओं को कुछ यूं आधा कर लेना,
दो तीन दफ़ा प्यार ज्यादा कर लेना।

-


6 AUG 2021 AT 13:01

ख्वाबों में कब तक, अब तो द्वारे आजाओ
मैं प्यासा ज़मीन, तुम बन बादल बरस जाओ।

-


24 MAR 2021 AT 20:16

जैसी हो वैसी रहो

जैसे रहते हैं बादल पहाड़ों पे
बेफिक्रे आवारों से

जैसे महकते हैं फूल बाग में
और होती है दहक आग में

हो तुम पूर्ण
न पुनः कुछ प्रयास करो
कोमल, मिष्टी बेबाक किश्ती
स्नेह सागर में बढ़ती रहो

जैसी हो वैसी रहो।

-


11 JAN 2021 AT 10:28

मैं तुम्हें स्पर्श करना चाहता हूँ!
जैसे करता है गगन तारों को,
जैसे पवन फूलों को,
जैसे तुम्हारे नैन मेरी धड़कन को।

-


8 SEP 2020 AT 20:26

जो करते हैं प्रेम वो आते नहीं!
और जो आते हैं प्रायः,
वो रात बिताते नहीं।

-


31 JUL 2020 AT 1:11

भाषाएँ सभी अच्छी होती हैं,
बुरे बस उन्हें बोलने वाले होते हैं।

-


23 JUL 2020 AT 19:58

Like minded people always find their kin

-


26 JUN 2020 AT 1:14

तुम जैसे स्याही सोने की!
और मैं पानी पर लकीर प्रिये...

-


2 APR 2020 AT 23:28

अन्न, मन, तन, धन...
सब राम का!

-


20 MAR 2020 AT 12:22

शब्द नहीं मिल रहे तुम्हारी तारीफ करने के लिए...
और ज़माना कहता है की लेखक हैं हम!

-


Fetching Pranav Shashank Quotes