कुछ करने का एक कारण कुछ न करने के सौ बहानों से ज्यादा ताकतवर है। उस कारण को पहचानिए। -
कुछ करने का एक कारण कुछ न करने के सौ बहानों से ज्यादा ताकतवर है। उस कारण को पहचानिए।
-
तुझे पाने की इस कदर ठान ली..कि टूटते तारों से भी मन्नत मांग ली -
तुझे पाने की इस कदर ठान ली..कि टूटते तारों से भी मन्नत मांग ली
तेरी लौ सुलगी और हम पिघलते चले गएबेसुध हुए और इश्क़ में हम जलते चले गए -
तेरी लौ सुलगी और हम पिघलते चले गएबेसुध हुए और इश्क़ में हम जलते चले गए
थी वो मोहब्बत क्या मिसाल न पूछो एक सोच से कैसे हुई ज़वाल न पूछो -
थी वो मोहब्बत क्या मिसाल न पूछो एक सोच से कैसे हुई ज़वाल न पूछो
कोई रंग भी न घुला और इंद्रधनुष चमक उठाकोई इत्र भी न खुला और आलम महक उठाकहूं इबादत, अदायगी या जादू इस इश्क़ कोतुझ में मैं मिला और मुझ में तू ही तू झलक उठा -
कोई रंग भी न घुला और इंद्रधनुष चमक उठाकोई इत्र भी न खुला और आलम महक उठाकहूं इबादत, अदायगी या जादू इस इश्क़ कोतुझ में मैं मिला और मुझ में तू ही तू झलक उठा
न ही पूछो मुझ से मेरे इश्क़ की...जो मैं बता ही पाऊंतो इसे जियूं कैसे?अब जी रही हूं इसेतो बताऊं कैसे?— % & -
न ही पूछो मुझ से मेरे इश्क़ की...जो मैं बता ही पाऊंतो इसे जियूं कैसे?अब जी रही हूं इसेतो बताऊं कैसे?— % &
इसे इश्क़ न कहिये, ये जोख़िम है जनाबसमझ मे आने से पहले समझ चली जाती हैये हाकिम रंगरेज का रचा रंगीन दरिया हैजिसमें डूब कर दुनिया बेरंग नज़र आती है -
इसे इश्क़ न कहिये, ये जोख़िम है जनाबसमझ मे आने से पहले समझ चली जाती हैये हाकिम रंगरेज का रचा रंगीन दरिया हैजिसमें डूब कर दुनिया बेरंग नज़र आती है
लौ, जो सुलगेन उम्र देखे न दायरेबस लगे तो यूँबदल दे सब मायने -
लौ, जो सुलगेन उम्र देखे न दायरेबस लगे तो यूँबदल दे सब मायने
जो सिर झुकाना न जाने उसे बंदगी कैसीजो मुस्कुराना न जाने उसे जिंदगी कैसीकुछ कर गुज़रने का जज़्बा न हो जिसेवो दीवाना कैसा और उसे आशिक़ी कैसी -
जो सिर झुकाना न जाने उसे बंदगी कैसीजो मुस्कुराना न जाने उसे जिंदगी कैसीकुछ कर गुज़रने का जज़्बा न हो जिसेवो दीवाना कैसा और उसे आशिक़ी कैसी