चेहरे और मन पढ़ पाने की,काश कहीं डिग्रीयां मिला करती,दिल के अस्पतालों में मरीज़ शायद कम होते! - Prabodh
चेहरे और मन पढ़ पाने की,काश कहीं डिग्रीयां मिला करती,दिल के अस्पतालों में मरीज़ शायद कम होते!
- Prabodh