Prabha Shah   (वैतरणी)
4.0k Followers · 231 Following

A wanderer in search of life!
Civil Servant
Joined 31 October 2016


A wanderer in search of life!
Civil Servant
Joined 31 October 2016
14 APR AT 22:07

फिर एक रोज़ दिल-ए-तमन्ना भी हुई क़ुबूल
फिर दिल-ओ-जान से उतर गया ख़ुदग़र्ज़ कोई

-


8 APR AT 20:26

Okay, but how long
does it take to let go of
the earnest manifestations
that the fate has
'abandoned'?

-


27 MAR AT 23:01

उसने मांगी भी तो सिर्फ़ माफ़ियाँ मुझसे,
शायद किसी और के हिस्से में उसका झगड़ना आया।

-


13 MAR AT 8:34

But resisting the pull to you
is like the tide
resisting the moon
Futile

-


5 MAR AT 23:21

रतजगों को एक सिलसिला बना लिया,
मैंने दर्द को ही दर्द की दवा बना लिया,

इस क़दर किया मैंने तेरे लौटने का इंतज़ार,
के दहलीज़ को जिस्म का एक हिस्सा बना लिया।

-


21 FEB AT 1:01

क्या कहा, श्मशान सिर्फ एक बार जाते हैं?
एक ही बार अस्तित्व जलाये जाते हैं?

याद नहीं वेहम के टूटने पर भी लोग मर जाते हैं,
कई बार अपने ही अस्तित्व को जलाकर हम लौट आते हैं,
कई दफा आईना भी नहीं पहचान पाता हुस्न को,
इस कदर हम सब कितना बदल जाते हैं।

ठोकरों से गिरते ही जब लौट आती है,
स्वपन के वो एहसास जब भी बिखर जाते हैं,
अपनों को परख कर जब याद गैरों की आती है,
जीवन का कितना दर्दनाक पाठ यह बात पढ़ाती है।

क्या कहा हम मसान बार बार जाते हैं,
अपने ही अस्तित्व को कई बार फूंक कर आते हैं।

-


12 FEB AT 21:49

इश्क़ की इस पैमाइश में, नज़दीक आना भी ज़रूरी है।
आओ गले मिलकर देखें, अब हम में कितनी दूरी है।

-


10 FEB AT 22:02

तुझे पा भी लूं अब तो तू खोया मिलेगा,
किसी और की पलकों में पिरोया मिलेगा।

-


6 FEB AT 19:46

So before you curse the rose
that pricked your finger,
just remember;
the flower never hid her barbs.

It was your haste to have her,
before you truly saw her,
that left a scar

-


4 FEB AT 21:23

इक शख़्स मुझसे गुज़रा मुझे चुप करा गया
इक वक़्त था कि आईने सी बोलती थी मैं ।

-


Fetching Prabha Shah Quotes