Prabeer D Sinha   (प्र-BEE-र)
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Joined 5 March 2017


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Joined 5 March 2017
29 AUG 2021 AT 17:22

आंखें खुली तो हुआ सवेरा,
पंछियों की गूंज और साथ तेरा ।
वो कांच के प्याले में चाय,
और तुम्हारी जुल्फों के साए ।
वो सांझ के वक्त की बातें ,
एक भीनी मुस्कुराहट के साहारे बिताए कई रातें ।
वो तुम्हारा हंसना और उसी में को जाना ,
और फिर मेरा तुम्हारे लठों को संभालना ।
कभी रूठ कर प्यार से मनाना
तो कभी बस साथ गुफ्तगू में समय बिताना।
एक सोच है मेरी एक खयाल है मेरा
एक छोटी सी जिविषा
उस पर तुम्हारी एक जीने की नई दिशा ।।
याद है मुझे, हा याद है मुझे
बस सोच है मेरी और ये पता है तुझे ।।

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29 AUG 2021 AT 16:52

वो शाम भी कुछ हसीन थी ।
वो वक्त भी कुछ अलग था ।
एक तमन्ना थी, एक आरज़ू थी
रास्ते तो कई थे पर मंजिल एक थी ।
शांति की तलाश में निकल तो गया राही
भूल कर अपने सारे साथी
दूर दिखा एक पथिक अनजाना
हाथ में एक सपना सुहाना
वो बिखरे बाल और काला चश्मा
आज भी याद है मुझे वो शाम और मौसम मस्ताना ।।

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3 AUG 2021 AT 1:42

जी, हम तो इश्क में इस कदर मशगूल हो गए ,
उनके चेहरे पर एक मुस्कान के लिए कई रिश्ते निगल गए ।
जब बारी आईं खुद के हसने की , वो आए तो खंजर मारने पर हम उसमे भी पिघल गए ।।

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1 JUN 2021 AT 13:19

एक मुस्कुराहट थी उसकी जिसके हम कायल थे ,
एक हिजाब में छुपा उसका चेहरा जिसके लिए हम घायल थे ।
मीठी थी उसकी आवाज़ ,
दिल से बात कर के बदल देती थी साज़ ।
कभी खुश होती थी,
कभी खुशी बाटती थी ।
कभी किसी बात को याद कर के अचानक ज़ोर से हस पड़ती थी और कभी कुछ बातों के वजह से रो देती थी ।
शब्दो में खो गई थी उसकी दुनिया ,
लोगो से मिला बात करने का ज़रिया ।
आज भी कुछ बातें उसके मन में दबी हुई है
पर चेहरे पर एक शिकन भी नही है ।
हुआ है कुछ चमत्कार
बिक गया हर वार
मुस्कान ने दिया उसका साथ
आंखो पर बड़े बड़े चश्मों ने बढ़ाया हाथ ।।

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30 MAY 2021 AT 1:18

मैने तो समुंदर को पत्थर काटते देखा है
तो ये इंसान क्या चीज़ है ।
मैने तो चील को मृत मगरमच्छ का शिकार करते देखा है
तो ये इंसान क्या चीज़ है ।
मैने तो अश्रु को हसी में बदलते देखा है
तो ये इंसान क्या चीज़ है ।
मैने तो झूठे वादों को साकार होते देखा है
तो ये इंसान क्या चीज़ है ।

जो पल में बदल जाए,
जो जिंदगी साथ बिताने में असफल हो जाए ।
जो चार बातें झूठ बोल कर इंसान को मोह ले,
अपने दोगले चरित्र से इंसान को अपना ले ।

क्या यही इंसान है , अगर हां तो मालिक
अगले जन्म इंसान नही बनाना ।।

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4 APR 2021 AT 21:19

शुरुआत होती है I love you से और फिर वो दो लोग उन तीन शब्दो को संभाल नहीं पाते ।

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19 MAR 2021 AT 1:15

हम उस देश में रहते है
जहां गरीब की जान , जान नही एक सौदा है
और अमीर की जान , जान नहीं एक वरदान है ।।

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15 MAR 2021 AT 1:35

One day a man was standing with a bowl in his hand which had nothing but some small papers. He was jumping in joy and excitement.
Everyone was curious to ask multiple questions like who was he? , what's there in those papers? , why the man was so happy?

A person broke his curiosity and asked about the papers and the reason behind his happiness, he smiled while answering and told these papers are nothing but my flaws that everyone told me that I am totally unfit for this profession, I cannot do it, I have to take a rebirth to accomplish all my things, I am useless and I would never be successful in life.

Earlier I took these papers as hurdles in my journey but I don't know how these hurdles turned into milestones and gave me a challenge to complete that.


Life is very simple, complications are just because of the negatives vibes either from the people or from the society, If you turn challenges to opportunities then optimism will knock your door. Today I might not be the richest person but I am surely the happiest one.

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15 MAR 2021 AT 1:17

जीवन एक खेल है साप सीढ़ी का,
हर पड़ाव जंग है हर पीढ़ी का ।
सीढ़ी जो चढ़ जाते है एक बार में,
मंजिल तक पहुंचने से पहले गिर जाते है नीचे साप के वार से ।।

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31 JAN 2021 AT 21:49

इंसान की हुई नीलामी
आंसू का कोई मोल नहीं लगा पाया
और मुस्कुराहट पल मे ही बिक गई ।।

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