हम फिर मिलेंगे वहां !
जहां कोई और नहीं ।
जहां जिस्मो का बोझ नहीं
दुनिया का कोई जोर नहीं ।
जहां होंगे सिर्फ हम ,और कोई नहीं
हम फिर मिलेंगे वहां
जहां कोई और नहीं ।
यह जीवन तो बस सफर है
हमारी मंजिल नहीं ।
छोड़ जा रहा हूं ,इस भट्के पथ पर
हम मिलेंगे इस के, छोर पर ।
तुम रुक मत जाना कहीं ,भटक मत जाना नहीं ।
हम मिलेंगे वहां !
जहां कोई और नहीं ।
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