धागों में बंधा वो कोई हसीन सपना हो तुम,जिसमें अनदेखे किस्सों की तरह पिरोये गये हो तुम,ना सोना हो ना मोती ना हो मेरे लिए हीरा,बेशकीमती ही नहीं अनमोल हो मेरे लिये तुम - Poonam Ritu Sen
धागों में बंधा वो कोई हसीन सपना हो तुम,जिसमें अनदेखे किस्सों की तरह पिरोये गये हो तुम,ना सोना हो ना मोती ना हो मेरे लिए हीरा,बेशकीमती ही नहीं अनमोल हो मेरे लिये तुम
- Poonam Ritu Sen