तिल का ताड़ बनाने वाले मगर बड़ी बड़ी ग़लतियों को मुस्कुराहट के साथ गले लगा कर माफ़ कर जाने वाले प्रेम को समर्पित इस ख़ूबसूरत से त्योहार की सभी को शुभकामनाएँ।
भारतीयता की पहचान ये नहीं है के आप राजभाषा का कितना सम्मान करते हैं भारतीयता की पहचान तो ये है के आप सब भाषाओं का और सब भाषियों का कितना सम्मान करते हैं।
एक पत्नी अपने पति के हृदय में कितने भी ऊँचे सिंहासन पर क्यूँ ना विराजमान हो उसी के कोख से जन्मी राजकुमारी उस से आगे बढ़ कर अपने नन्हे से कदमों से चल कर अपने पिता के हृदय ही नहीं अपितु सम्पूर्ण जीवन पर अपना वर्चस्व स्थापित कर ही लेती है।
कुछ लम्हे ज़िंदगी में इतने इंतज़ार के बाद आते हैं के आते आते अपना वज़ूद ही खो देते हैं ठीक वैसे जैसे किसी के साथ एक आकाश के तले इंद्रधनुष देखने की चाहत होना पर मुराद पूरे होते होते मन के भाव नदारद होना।