13 DEC 2017 AT 22:52

तेरी महफ़िल में कोई इंसान क्यों नहीं
मेरी ही तरह तू भी परेशान क्यों नहीं
आँगन से होते घर तक चला आया है तू
फिर उस गीली मिट्टी पर तेरे निशान क्यों नहीं

- Piyush