♥सुनो पंक्तियों नाज़-ए-हुस्न तुम्हे होगा,वो कागज़ के टुकड़े हजार कर जायेंगे..!- ✍ मृदुंग®kshanatch@gmail.com+९१ ७३८७९ २२८४३ -
♥सुनो पंक्तियों नाज़-ए-हुस्न तुम्हे होगा,वो कागज़ के टुकड़े हजार कर जायेंगे..!- ✍ मृदुंग®kshanatch@gmail.com+९१ ७३८७९ २२८४३
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