17 JAN 2018 AT 23:35

तेरे और मेरे दरमियां,
रोज लफ्जों की दीवार बनाते हैं
जज्बातों की आंधियों से दीवार गिरते ही,
तुम मैं और मैं तुम हो जाते हैं।।

- © Piyush Gupta