वो वक़्त और हालातों की मजबूरियाँ दिखा कर दगा हमसे करते रहे, हम वफ़ा ऐ इश्क़ उनसे करते रहे, देखा जो उनको रक़ीब के साथ एक दफा तो सचाई देख कर भी हम इंकार कर गए ।।
अधूरे जज़्बातों के सहारे दिल के टुकड़े जोड़ने की कोशिश की थी , मोहब्बत में तेरी ख़ुद को भुला दिया था मैंने उस रात तेरे जाने के बाद ख़ुद को याद करने की कोशिश की थी , उस रात जब हम मिले थे मैंने तुझमें खो जाने की कोशिश फिर से की थी
jalte hai jo log unhe aur jalne do mein hasta hoon mujhe aur hasne do chhor di mene wo mehfile jo kabhi mujhse chalti thi aaj mein khud ke liye chalta hoon mujhe aur chalne do