वो नज़रों से अपनी दिल पे वार कर गये
कोई तीर दिल के आरपार कर गये...
खाली था ये दिल शायद उनके ही इंतेज़ार में
आके मेरे दिल को वो निहाल हो गये...
मेरे हर एक सपनों को वो जैसे साकार कर गये
मुझे खुद वो मुझसे लाचार कर गये...
वो दिलों का सौदा क्या कर गये जिंदगी में आके
यूँ लगा जैसे वो मेरे रहेनूमा हो गये...
उजड़ गया था ये गुलशन मेरा पतझड़ में
लाके बहार जिंदगी में ख़ुशबू प्यार की भर गये...
आज तक भटकती रही में वफा की तलाश में
इस मतलब की दुनियाँ में वो आके प्यार का व्यवहार सीखा गये...
- Shagun