दिल का भार यूं ही नहीं होता हलका, बहोत से गमों को दफ़नाना पड़ता है, जिस्म की कब्र में कहीं - Shagun
दिल का भार यूं ही नहीं होता हलका, बहोत से गमों को दफ़नाना पड़ता है, जिस्म की कब्र में कहीं
- Shagun