आँसु सुख गये तेरी याद में मेरी आँखो में
पर निशान राह गये है उस घाव के
बातें ख़तम हो गयी थी उस मुलाकात में
बस शब्द राह गये थे उन काग़ज़ पे
एहसास बह गये थे सारे तेरी याद में
बस जगह रह गयी थी तेरी इस दिल में
समय बह गया था तेरे इंतेज़ार में पर
तेरे आने की आस रह गयी थी इस दिल में
ज़िंदगी की कसौटी समझ ना आयी मुझे
बस आँसूओं की धारा रुकी नहीं इन आँखो में
- Shagun