देश की पावन मिट्टी के, रज कण में खुशबू बिखरे।महकाए गगन बरसे बादल,धरा में हरियाली निखरे। - Pinki kumari
देश की पावन मिट्टी के, रज कण में खुशबू बिखरे।महकाए गगन बरसे बादल,धरा में हरियाली निखरे।
- Pinki kumari