यूँ ही नहीं दरवाज़ा खुला रखते हैं घर में रौशनी के लिए धूप भी चाहियेतुम भी तो आजकल आती नहीं हो! - Piyush Mishra
यूँ ही नहीं दरवाज़ा खुला रखते हैं घर में रौशनी के लिए धूप भी चाहियेतुम भी तो आजकल आती नहीं हो!
- Piyush Mishra