"ये जो आर्य थे ना ये बाहर से आए थे इंडिया में" मार्क्स पांडे कैमरा से 13 डिग्री नज़र करके शून्य में देखते हुए बोले।
"बात तो सही है आपकी" चे सिंह ने होंठों को वक्र करके मुस्कुराते हुए कहा।
मार्क्स पांडे- "और ये जो मंदिर भंडारकर है ना..."
चे सिंह ने टोका-" मंदिर नहीं, मधुर...!
मार्क्स पांडे हत्थे से उखड़ गए-" आप कुछ जानते ही नहीं हैं। पकड़िये ये धर्म, अफ़ीम मुझे दीजिये।"
चे सिंह ने अफ़ीम सरका दिया।

(in caption)

- Piyush Mishra