उस restaurant मेंतुम जब भी मुझसे मिलने आते थेजान-बूझकर मुझे सताने को देर कर जाते थे...अब कभी-कभीमैं वहाँ चला जाता हूँदेर...बहुत देर... शाम तक बैठता हूँतुम नहीं आते...मैं चुपचाप उठ कर चला आता हूँ... - Piyush Mishra
उस restaurant मेंतुम जब भी मुझसे मिलने आते थेजान-बूझकर मुझे सताने को देर कर जाते थे...अब कभी-कभीमैं वहाँ चला जाता हूँदेर...बहुत देर... शाम तक बैठता हूँतुम नहीं आते...मैं चुपचाप उठ कर चला आता हूँ...
- Piyush Mishra