कितनी ही रातों तक
सोता नहीं था मैं
एक भी आँसू गर
टपका आँख से तुम्हारे

ख़ून टपकता है
अब दिल से मेरे
आना कभी,देख जाना-
जब नींद खुल जाए तुम्हारी!

- Piyush Mishra