हमारे पड़ोसी शर्मा अंकल को, जो कि गंजे हैं, मैने बाल दिवस की बधाई दी. वो नाराज़ हो गये और कहने लगे, मज़ाक" उड़ा रहे हो मेरा?"
मैंने कहा कि "अरे अंकल, आज बाल दिवस है. हमारे राष्ट्रचचा के भी बाल नहीं थे, लेकिन उनकी याद में हम बाल दिवस मनाते हैं."
अंकल ने छूटते ही कहा, "उनके लिए तो देश की बंजर ज़मीन का भी महत्त्व नहीं था जो चीन को उपहार में दे दिया था, तो सर के बाल का क्या महत्त्व?"
मैंने कहा, "आप ग़लत समझ रहे हैं. वो बच्चों से प्यार करते थे, इसलिए बाल दिवस मनाते हैं."
अंकल बोले, "अरे वो तो वायसराय की बीवी से भी प्यार करते थे, तो क्या अब बीवी दिवस भी मनाएँ?"
मैं कोई जवाब नहीं दे पाया. बस ये सोच लिया कि अब से गंजे अंकल को बाल दिवस की बधाई नहीं दूँगा.

#Bal_Diwas

- Piyush Mishra