बारिश होती हैतो पत्ते देर तलक टपकते रहते हैं-दर्द छुपाना आसान नहीं होताबरसों में मगरदरख़्तों ने आसमाँ को छुआ हैकि इसी बारिश नेजड़ों को ज़मीन से जुड़ने की वजह दी है-दर्द से भी पहचान मिलती है! - Piyush Mishra
बारिश होती हैतो पत्ते देर तलक टपकते रहते हैं-दर्द छुपाना आसान नहीं होताबरसों में मगरदरख़्तों ने आसमाँ को छुआ हैकि इसी बारिश नेजड़ों को ज़मीन से जुड़ने की वजह दी है-दर्द से भी पहचान मिलती है!
- Piyush Mishra