दरिया है एक लहू का जिसमे एक रवानी है, मेरे कतरे कतरे में दौड़ रही जोशीली जवानी है, मेरे हौसले में वो जज्बा है जो आग बना दे चिंगारी, ये ना समझो बात मेरी केवल एक कहानी है।
तुम्हे ही आरजू अपनी चाहत बना लिया तुम्हे, सब कुछ छोड़ मैने मोहब्बत बना लिया तुम्हे, अब एक पल भी तुम बिन रहा नही जाता, लगी है लत तुम्हारी आदत बना लिया तुम्हे।