तुम यारो की कुछ अलग ही बात है
तुमसे मेरे चेहरे की मुस्कराहट है
मस्ती, मज़ाक,टांग खिंचाई
छोटी मोटी प्यारी लड़ाई
हर पल लगता यादगार
छोटे छोटे लम्हो मे मिलती खुशियाँ अपार
साथ मिलकर पढ़ना,
कैंटीन की अपनी पार्टी,
ट्रेनिंग में मिलकर काम
तो वही प्रोजेक्ट्स असाइनमेंट्स की कश्मकश
वक़्त साथ रिश्ते मजबूत होते गए
धीरे धीरे तुम यार
मेरे परिवार का हिस्सा हो गए
अब बस यही दुआ है मेरी
ये साथ अपना कभी न छूटे
ये वक़्त जाने हमें कब खा ले जाए
पर कभी मेरे हाथों से तुम्हारा
हाथ ना छूटे
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