किसानों पर गौर कौन अब करता है,लोग उसे ही भूले पड़े हैं जो अन्नदाता है,गरीबी का आलम कुछ यूं बढ़ गया है,कि पहले कपड़े फटा करते थे,और अब घिस जाया करते हैं। - राहगुज़र... Rolling Stone
किसानों पर गौर कौन अब करता है,लोग उसे ही भूले पड़े हैं जो अन्नदाता है,गरीबी का आलम कुछ यूं बढ़ गया है,कि पहले कपड़े फटा करते थे,और अब घिस जाया करते हैं।
- राहगुज़र... Rolling Stone