पहला कदम उठाने मे और मंज़िल पाने मे।बस मेहनत हैं इस फासले को मिटाने में ।। -
पहला कदम उठाने मे और मंज़िल पाने मे।बस मेहनत हैं इस फासले को मिटाने में ।।
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मंज़िल मिले या न मिले वो अलग बात हैमगर हम कोशिश भी न करे यह तो गलत बात है -
मंज़िल मिले या न मिले वो अलग बात हैमगर हम कोशिश भी न करे यह तो गलत बात है
जिसके जाने से जान जाती थी उसको भी मैंने बेगाने होते हुए देखा हैं -
जिसके जाने से जान जाती थी उसको भी मैंने बेगाने होते हुए देखा हैं
रुकावटे है तो क्या हुआ , कल जीत भी मुस्कुराएगीरास्ता दिख गया है , मंज़िल भी मिल ही जायगी ।। -
रुकावटे है तो क्या हुआ , कल जीत भी मुस्कुराएगीरास्ता दिख गया है , मंज़िल भी मिल ही जायगी ।।
मलाल नही यह शहर छोड़ने का ,अफसोस है तो बस यारो के छूटने का । -
मलाल नही यह शहर छोड़ने का ,अफसोस है तो बस यारो के छूटने का ।
छोड़ कर आना पड़ा था, कुछ मजबूरियों में।वरना डर तो हमें भी लगता था दूरियों से ।। -
छोड़ कर आना पड़ा था, कुछ मजबूरियों में।वरना डर तो हमें भी लगता था दूरियों से ।।
बद् दुआ की तरह लगता है ये अलार्म..काश कोई जुल्फ से पानी झटक कर जगाये.❣️ -
बद् दुआ की तरह लगता है ये अलार्म..काश कोई जुल्फ से पानी झटक कर जगाये.❣️
छोड़ कर आना पड़ा उस डगर पर,चल दिये थे कुछ ऐसे सफर पर । -
छोड़ कर आना पड़ा उस डगर पर,चल दिये थे कुछ ऐसे सफर पर ।
यह भी इक अफसाना हो गया,की मुलाकात को जमाना हो गया ।मिलने को भी क्या कहूं,अब तो तेरी यादों का तौफा भी बेगाना हो गया । -
यह भी इक अफसाना हो गया,की मुलाकात को जमाना हो गया ।मिलने को भी क्या कहूं,अब तो तेरी यादों का तौफा भी बेगाना हो गया ।
ज़िंदा था तो नज़रअंदाज़ था ,दुनिया छोड़ी तो विख्यात हो गया । -
ज़िंदा था तो नज़रअंदाज़ था ,दुनिया छोड़ी तो विख्यात हो गया ।