तू चाहे तो बार बार तोड़ ये मेरा दिलहम भी आशिक़ ढीट हैपूरी शिद्दत से तेरी हर बेरहमी पर एक नज़्म लिखा करेंगे। - Joshi
तू चाहे तो बार बार तोड़ ये मेरा दिलहम भी आशिक़ ढीट हैपूरी शिद्दत से तेरी हर बेरहमी पर एक नज़्म लिखा करेंगे।
- Joshi